Featured post

Doctor sir ANM

चित्र
Doctor sir ANM  गांव बड़ेली की बेटी बड़े-बड़े शहरों में बड़े-बड़े डॉक्टर होते हैं... लेकिन असली नायक वो होती है जो कच्चे रास्तों से होते हुए, गाँव की मिट्टी में ज़िंदगी बचाने जाती है... बिना लाइमलाइट के... बिना तामझाम के... ANM!”  वह सर्द सुबह थी। बड़ेली गांव की धुंध में लिपटी एक साड़ीधारी महिला, अपने झोले में स्टेथेस्कोप और टीके भरकर निकल चुकी थी – क्योंकि आज उसे तीन घरों में गर्भवती महिलाओं की जांच करनी थी। उसका नाम है सोनाली, लेकिन गांव के बच्चे उसे "डॉक्टर जी ANM" कहकर बुलाते हैं – प्यार से, गर्व से, और भरोसे से।  दरअसल बात है, उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव बड़ेली की। मिट्टी की खुशबू, बैलों की चरचराहट और खेतों के बीच बसी एक प्यारी-सी दुनिया। वहीं एक लड़की थी – चंचल, होशियार और हमेशा मुस्कुराने वाली – उसका नाम था सोनाली । 12वीं की परीक्षा पास कर ली थी उसने, लेकिन घर की हालत ऐसी नहीं थी कि कोई बड़ी पढ़ाई का सपना देखा जाए। पिता किसान थे, मां आंगनवाड़ी में सहायिका। दो छोटे भाई-बहन थे, जिन्हें संभालने में सोनाली मां की दाहिनी हाथ बन चुकी थी। एक दिन सोनाली अपनी मां ...

UP पंचायत चुनाव 2025, अब गांव बदलेगा, जब हम सही नेता चुनेंगे | UP Panchayat Election 2025, Let’s Change Our Village by Choosing the Right Leader

UP Panchayat Election 2025 | Vote for Progress
Up panchayat election 


UP पंचायत चुनाव 2025 – सही नेता चुनें, गाँव बदले

उत्तर प्रदेश में 2025 का पंचायत चुनाव नजदीक है। यह चुनाव हमारे गांव, हमारी गलियों और हमारे भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह कोई बड़ी राजनीति नहीं, बल्कि हमारे घर-आंगन की बात है। पंचायत चुनाव वह मौका होता है, जब हम अपने गांव के लिए सही फैसला ले सकते हैं। इस लेख में हम सरल भाषा में समझेंगे कि पंचायत चुनाव क्यों ज़रूरी है, क्या बदलाव आ सकता है और हमें क्या करना चाहिए।

पंचायत चुनाव क्या होता है? 

पंचायत चुनाव गांव की सरकार चुनने का चुनाव होता है। इसमें हम ग्राम प्रधान, बीडीसी (ब्लॉक डेवलपमेंट कमेटी) और जिला पंचायत सदस्य जैसे नेताओं को चुनते हैं। ये नेता हमारे गांव में सड़क, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य, सफाई, और रोज़गार जैसे मुद्दों पर काम करते हैं। इनका काम सीधा-सीधा हमारी जिंदगी से जुड़ा होता है। यही लोकतंत्र की असली जड़ें होती हैं, जहाँ जनता और सरकार के बीच सीधा रिश्ता होता है।

2025 के चुनाव में क्या खास है? इस बार का पंचायत चुनाव इसलिए खास है क्योंकि:


1. अब लोग पहले से ज़्यादा जागरूक हैं।
2. गांव में मोबाइल और इंटरनेट की पहुँच बढ़ गई है।
3. युवा और महिलाएं अब खुलकर अपनी बात रखने लगे हैं।
4. सरकार भी पंचायतों को ज़्यादा ताकत देने की बात कर रही है।
5. पिछली गलतियों से सबक लेकर अब गांववाले ज़्यादा सोच-समझकर वोट देने की ओर बढ़ रहे हैं।

इसलिए अब वक्त है कि हम भी जागरूक होकर सही नेता चुनें।


क्यों ज़रूरी है सही नेता चुनना?

 अगर हम बिना सोचे-समझे वोट देंगे, तो वही लोग जीतेंगे जो केवल वादे करते हैं लेकिन काम नहीं करते।

हमें ऐसे नेता चुनने चाहिए:

• जिनका स्वभाव साफ-सुथरा हो।
• जो जनता से जुड़े हों, बात सुनते हों।
• जो शिक्षा, स्वास्थ्य और रोज़गार पर ध्यान दें।
• जो गांव के हर वर्ग को साथ लेकर चलें — महिलाएं, गरीब, किसान, युवा।
• जिनकी प्राथमिकता विकास हो, न कि दिखावा।

गलत नेता क्या कर सकता है?

• विकास की योजनाएं बीच में रुक जाएंगी।
• भ्रष्टाचार बढ़ेगा।
• गरीबों को योजनाओं का लाभ नहीं मिलेगा।
• गांव में झगड़े और बंटवारा बढ़ेगा।
• स्कूलों की हालत खराब हो सकती है।
• पंचायत भवन या अन्य सुविधाएं केवल कागजों पर ही सीमित रह जाएंगी।

क्या करें वोटर के तौर पर?

1. पहले वोटर लिस्ट में अपना नाम ज़रूर जांचें।
2. उम्मीदवार के बारे में जानकारी लें — क्या उनका कोई अपराध रिकॉर्ड है?
3. वोट डालने ज़रूर जाएं, चाहे कोई कितना भी कहे कि कोई फर्क नहीं पड़ता। फर्क पड़ता है।
4. किसी के बहकावे में न आएं — जाति, धर्म या पैसे के नाम पर नहीं, सोच-समझ कर वोट दें।
5. अपने परिवार और पड़ोसियों को भी मतदान के लिए प्रेरित करें।
6. चुनाव के बाद भी पंचायत के कार्यों पर नज़र रखें।

युवा क्या कर सकते हैं?

• सोशल मीडिया और मोबाइल का इस्तेमाल करके लोगों को जागरूक करें।
• पंचायत की बैठकों में भाग लें।
• पढ़े-लिखे युवाओं को चुनाव लड़ने के लिए प्रोत्साहित करें।
• गांव के मुद्दों को इंटरनेट और मीडिया पर उठाएं।
• नशा, बेरोजगारी, और शिक्षा जैसे मुद्दों पर चर्चा करें।

महिलाएं क्या कर सकती हैं?

• खुलकर अपने हक की बात करें।
• महिला उम्मीदवारों को समर्थन दें, अगर वे काम करने वाली हैं।
• अपने परिवार और आस-पड़ोस को भी वोट देने के लिए प्रेरित करें।
• अगर संभव हो तो स्वयं चुनाव लड़ने का विचार करें।

पंचायत चुनाव और शिक्षा का रिश्ता

अगर गांव में अच्छा प्रधान होता है तो स्कूलों की हालत सुधरती है। बच्चों को समय से किताबें, यूनिफॉर्म और मिड-डे मील मिलता है। पढ़ाई का माहौल बनता है। शिक्षक समय पर स्कूल आते हैं और स्कूल का वातावरण बच्चों के अनुकूल होता है।
एक अच्छा प्रधान स्कूलों की ज़रूरत को समझता है — लाइब्रेरी, खेल सामग्री, कंप्यूटर कक्ष और स्वच्छता जैसे विषयों पर ध्यान देता है। यही 'Our Society, Our Education' का मूल है — जब शिक्षा को समाज की जड़ों से जोड़ा जाता है।

हमारी ज़िम्मेदारी:
• वोट डालना केवल अधिकार नहीं, ज़िम्मेदारी भी है।
• जब हम एक अच्छा नेता चुनते हैं, तो वह केवल गांव का नहीं, पूरे समाज का प्रतिनिधित्व करता है।
• पंचायत चुनाव हमारे बच्चों के भविष्य का रास्ता तय कर सकता है।
• ज़रूरत है कि हम सब मिलकर लोकतंत्र को मजबूत करें — घर से, गांव से

UP पंचायत चुनाव 2025 सिर्फ एक औपचारिकता नहीं है। यह हमारे गांव और समाज के भविष्य का चुनाव है। हमें अपने बच्चों की पढ़ाई, गांव की साफ-सफाई, सड़क, पानी और रोज़गार की दिशा तय करनी है। इसलिए इस बार का चुनाव सोच-समझकर करें। सही नेता चुनें, अपने अधिकार का सही इस्तेमाल करें।

गांव बदलेगा, जब हम बदलेंगे।
समाज मजबूत होगा, जब हम जागरूक होंगे।



लेखक: नागेन्द्र भारतीय ब्लॉग: www.magicalstorybynb.in – Our Society, Our Education

कहानियाँ जो दिल से निकलती हैं, उन्हें सुरक्षित रखना हमारी ज़िम्मेदारी है। Stories that come from the heart, protecting them is our responsibility.

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

जहरीला चलन भाग - 1[ दहेज प्रथा पर आधारित]